कही आप भी तो नहीं है टेक्स्ट नेक के शिकार

गैजेट्स और स्मार्टफोन, कंप्यूटर आदि उपकरणों का इस्तेमाल नशे की शक्ल अख्तियार कर चुका है। जरूरत से ज्यादा इन उपकरणों के इस्तेमाल के कारण ही आज स्कूल जाने वाले 50 प्रतिशत युवा बच्चे और किशोर गर्दन संबंधी दर्द से परेशान हैं। इसे टेक्स्ट नेक कहते हैं, जो वैश्विक बीमारी बनती जा रही है। 

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